सागर। आधुनिक डिजिटल संसाधनों के बढ़ते प्रभाव के चलते विद्यार्थियों में खेलकूद और शारीरिक गतिविधियों के प्रति रुचि में कमी देखी जा रही है। बच्चों के स्वास्थ्य, एकाग्रता और मानसिक संतुलन को ध्यान में रखते हुए शासन द्वारा निर्धारित शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार अब जिले के सभी विद्यालयों में प्रतिदिन प्रार्थना सभा के दौरान 10 से 15 मिनट का योगाभ्यास अनिवार्य किया गया है।

कलेक्टर संदीप जी.आर. ने इस संबंध में आदेश जारी कर समस्त संस्था प्रमुखों को निर्देशित किया है कि योगाभ्यास को दैनिक गतिविधियों में शामिल किया जाए और सभी विद्यार्थियों की नियमित भागीदारी सुनिश्चित की जाए। योगाभ्यास के माध्यम से बच्चों में अनुशासन, शारीरिक स्फूर्ति, मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है।
जारी निर्देशों के तहत यह भी कहा गया है कि जिला स्तर के अधिकारी समय-समय पर आकस्मिक निरीक्षण करेंगे और विद्यालयों में योग गतिविधियों के क्रियान्वयन की मॉनिटरिंग करेंगे। यदि किसी संस्था में लापरवाही पाई जाती है, तो उसके प्रति आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि योगाभ्यास से बच्चों का ध्यान पढ़ाई की ओर और अधिक केंद्रित होगा, साथ ही उनमें तनाव और थकान को दूर करने की क्षमता भी विकसित होगी। यह पहल विद्यार्थियों को न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाएगी, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी मजबूत करेगी।
शासन का यह कदम आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ, अनुशासित और ऊर्जावान बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।