राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर एकता समिति द्वारा श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के संस्थापक अब्दुल रशीद भाई ने की। प्रारंभ में गांधी और शास्त्रीजी के चित्र पर दीप जलाकर उन्हें नमन किया गया।

इस अवसर पर राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक कमलचंद जैन और वरिष्ठ समाजसेवी राजेंद्र मलैया ने विचार साझा करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने अहिंसा के मार्ग पर चलकर दुनिया को सिखाया कि दृढ़ संकल्प और सत्य के बल पर किसी भी चुनौती को हराया जा सकता है। वहीं लाल बहादुर शास्त्री के नारे “जय जवान, जय किसान” ने देश को आत्मनिर्भरता और अनुशासन का संदेश दिया।
समिति अध्यक्ष सुधीर जैन और रशीद भाई ने कहा कि गांधी और शास्त्री दोनों महान विभूतियां थीं, जिन्होंने देश की आज़ादी और राष्ट्र निर्माण के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उनके आदर्श आज भी देशवासियों को प्रेरणा देते हैं।
कार्यक्रम में राजेंद्र सोनी ‘मामा’ ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए, जिससे वातावरण भावनात्मक और देशभक्ति से ओतप्रोत हो गया।
इस अवसर पर सुभाषचंद्र सराफ, शरद गुप्ता, चंपक भाई जैन, क्ष. संजय शास्त्री, अजीत जैन, प्रमोद चौरसिया, मुन्ना भाईजान सहित गुजराती बाजार के व्यापारीगण उपस्थित रहे। संचालन संजय शास्त्री ने किया और आभार प्रदर्शन शरद गुप्ता ने किया।
कार्यक्रम ने समाज को गांधी-शास्त्री के आदर्शों और मूल्यों के महत्व को याद करने का अवसर प्रदान किया।