आगामी सोयाबीन भावांतर भुगतान योजना 2025 के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर हैं। इसी क्रम में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) एवं भारसाधक अधिकारी, मंडी समिति सागर श्री अमन मिश्रा ने शुक्रवार को कृषि उपज मंडी समिति सागर प्रांगण का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ मंडी सचिव श्री आर.पी. सिंह एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

एसडीएम मिश्रा ने मंडी परिसर में भावांतर योजना के तहत किसानों की खरीदी, तौल, भंडारण, भुगतान प्रक्रिया एवं सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने मंडी अधिकारियों को स्पष्ट किया कि खरीदी प्रक्रिया में किसी भी किसान को असुविधा न हो तथा सभी व्यवस्थाएं पारदर्शी एवं व्यवस्थित रहें।
बता दें कि दिनांक 24 अक्टूबर 2025 से योजना का शुभारंभ किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से डाक नीलामी प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। किसानों को अपने पंजीकृत उत्पादों की बिक्री भावांतर योजना के तहत करने का अवसर मिलेगा।

एसडीएम ने अधिकारियों से कहा कि किसानों की सुविधा हेतु मंडी परिसर में पर्याप्त बिजली, पेयजल, तौल मशीनें, सुरक्षा एवं शेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही खरीदी के दौरान मौसम एवं भीड़ प्रबंधन के लिए आवश्यक तैयारियां भी की जाएं।
उन्होंने कहा कि भावांतर योजना राज्य सरकार की महत्वपूर्ण किसान हितैषी पहल है, जिसका उद्देश्य किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाना और उन्हें बाजार की अनिश्चितता से सुरक्षा प्रदान करना है।
निरीक्षण के दौरान मंडी प्रांगण में साफ-सफाई, तौल कांटे की कार्यशीलता और खरीदी पर्ची वितरण व्यवस्था का भी परीक्षण किया गया।