सागर जिले में विद्यार्थियों के समग्र विकास, जागरूकता, आत्मनिर्भरता और करियर उन्मुख मार्गदर्शन के लिए कलेक्टर श्री संदीप जी आर की अभिनव पहल पर ‘उड़ान (U.D.A.A.N.)’ कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इस कार्यक्रम का पूर्ण रूप है — Unlocking Dreams of Adolescents through Awareness and Navigation — जिसका उद्देश्य शासकीय छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों को करियर और जीवन कौशल संबंधी दिशा देना है।

कार्यक्रम का शुभारंभ सागर के रिमझिरिया स्थित अनुसूचित जाति उत्कृष्ट बालिका छात्रावास में किया गया। इस अवसर पर छात्राओं में भारी उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम में आकाश अकादमी के फैकल्टी सदस्य श्री राहुल कुंदारिया, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग श्री सुधीर श्रीवास्तव, क्षेत्रीय संयोजक श्री अशफाक अहमद सहित विभिन्न शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों ने छात्राओं को इंजीनियरिंग, मेडिकल तथा प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी संभावनाओं पर मार्गदर्शन दिया।
इस कार्यक्रम की एक विशेषता यह रही कि सागर जिले की राष्ट्रीय स्तर की हेप्टाथलॉन खिलाड़ी रिया चौबे ने छात्राओं को खेल क्षेत्र में करियर बनाने के अवसरों और अनुभवों के बारे में प्रेरित किया। उन्होंने छात्राओं को बताया कि आत्मविश्वास और निरंतर अभ्यास से हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है।

क्यों ज़रूरी है ‘उड़ान’?
कलेक्टर श्री संदीप जी आर ने बताया कि हाल ही में जिले के विभिन्न शासकीय विद्यालयों एवं छात्रावासों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि अधिकांश छात्र-छात्राएं अपने भविष्य को लेकर स्पष्ट नहीं हैं। उन्हें न तो करियर की दिशा में कोई मार्गदर्शन मिला है, न ही शासकीय योजनाओं की जानकारी है। कई विद्यार्थियों ने बताया कि उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं, उच्च शिक्षा के अवसरों या स्वरोज़गार के विकल्पों के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिलती।
इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए ‘उड़ान’ कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई है। इसका उद्देश्य न केवल छात्रों को प्रेरित करना है बल्कि उन्हें एक स्पष्ट दिशा, योजनाबद्ध तैयारी और विशेषज्ञों के साथ संवाद के अवसर प्रदान करना है।
कार्यक्रम की संरचना
उड़ान कार्यक्रम के अंतर्गत साप्ताहिक सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन सत्रों में मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईटी, उद्यमिता, पर्यावरण, पर्यटन, रक्षा, सैन्य, बैंकिंग, विधि, खेल, पत्रकारिता आदि क्षेत्रों से जुड़े विशेषज्ञ विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देंगे। इसमें शासकीय और गैर-शासकीय दोनों क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा।

कार्यक्रम के प्रथम चरण में इसे विकासखंड सागर में पायलट स्तर पर आरंभ किया गया है। आने वाले महीनों में इसे जिले के सभी विकासखंडों में विस्तार दिया जाएगा। इससे जिले के सभी छात्रावासों में रह रहे विद्यार्थी लाभान्वित हो सकेंगे।
कार्यक्रम की निगरानी और कार्यान्वयन
कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए संयुक्त कलेक्टर देवेन्द्र प्रताप सिंह को पर्यवेक्षण अधिकारी तथा सहायक आयुक्त श्री सुधीर श्रीवास्तव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
प्रत्येक छात्रावास में कार्यक्रम के संचालन के लिए संबंधित अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), खंड शिक्षा अधिकारी और छात्रावास अधीक्षक मिलकर समन्वय स्थापित करेंगे। साथ ही, विशेषज्ञों के चयन एवं समन्वय की ज़िम्मेदारी सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग के पास रहेगी।
कार्यक्रम की नियमित साप्ताहिक समीक्षा टी.एल. बैठक में की जाएगी, जबकि मासिक समीक्षा बैठक जिला स्तर पर आयोजित होगी ताकि इसकी निरंतर प्रगति सुनिश्चित की जा सके।
शिक्षा और आत्मनिर्भरता का संगम
‘उड़ान’ कार्यक्रम शिक्षा, मार्गदर्शन और आत्मनिर्भरता का संगम है, जो उन विद्यार्थियों को लक्ष्य की ओर अग्रसर करेगा जो अभी तक मार्गदर्शन के अभाव में अपनी क्षमताओं से अनभिज्ञ थे। यह कार्यक्रम केवल सूचना देने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि छात्रों को प्रेरित कर उन्हें निर्णय लेने, योजना बनाने और चुनौतियों का सामना करने के लिए मानसिक रूप से तैयार करेगा।
कलेक्टर श्री संदीप जी आर की यह पहल निश्चित ही जिले के हजारों विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाली साबित होगी। ‘उड़ान’ का सपना अब केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक आंदोलन बनने की दिशा में अग्रसर है जो शिक्षा को केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं रखता बल्कि उसे जीवन निर्माण की प्रक्रिया बनाता है।