कलेक्टर सह-अध्यक्ष आत्मा गवर्निंग बोर्ड के निर्देशानुसार एवं परियोजना संचालक आत्मा के मार्गदर्शन में विकासखंड सागर के ग्राम घाटमपुर में प्राकृतिक खेती विषय पर विकासखंड स्तरीय कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कृषि विभाग, आत्मा परियोजना, आजीविका मिशन के अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं 120 से अधिक किसान उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केंद्र देवरी डॉ. आशीष त्रिपाठी ने प्राकृतिक खेती की उपयोगिता और उसके वैज्ञानिक आधार पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने जीवामृत, बीजामृत, घन जीवामृत, नीमास्त्र, अग्निअस्त्र जैसे प्राकृतिक जैविक घोलों की विधि, महत्व और उपयोग किसानों को उदाहरण सहित समझाया।
अनुविभागीय अधिकारी कृषि अनिल राय ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की अपील की, वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी रविंद्र सिंह कुशवाहा ने किसानों से नरवाई न जलाने की अपील करते हुए इसके सुरक्षित विकल्प साझा किए। विकासखंड तकनीकी प्रबंधक शैलेष पाण्डेय ने मिट्टी नमूना संग्रह की सही विधि बताई और हर खेत की मिट्टी परीक्षण कराने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग के तहत किसानों की भूमिका, रासायनिक खेती से होने वाले नुकसान और इसके विकल्पों पर भी विस्तृत चर्चा हुई। साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त के अंतर्गत 18,000 करोड़ रुपये की राशि किसानों को हस्तांतरित करने का लाइव टेलीकास्ट भी कराया गया।
सहायक तकनीकी प्रबंधक लोकेन्द्र जाटव ने रबी फसलों के बीजों की उपलब्धता तथा विभागीय योजनाओं की जानकारी साझा की। कार्यक्रम के अंत में किसानों को जीवामृत, घन जीवामृत एवं बीजामृत बनाने की प्रक्रिया का प्रत्यक्ष प्रशिक्षण दिया गया।
अंत में लोकेन्द्र जाटव ने सभी अधिकारियों, अतिथियों एवं उपस्थित किसानों का आभार व्यक्त किया।