जबलपुर, 25 अगस्त 2025
बरगी बांध का जलस्तर क्षमता से अधिक हो जाने के बाद सोमवार सुबह 11 बजे इसके 9 गेट खोल दिए गए। औसतन 0.78 मीटर तक खुले गेटों से करीब 1097 क्यूमेक पानी नर्मदा नदी में छोड़ा गया। बांध प्रबंधन ने बताया कि वर्तमान में बांध में पानी की आवक 1585 क्यूमेक बनी हुई है और सुबह 6 बजे जलस्तर 422.85 मीटर दर्ज किया गया था। बांध की कुल जल भंडारण क्षमता 100.80% तक भर चुकी है।

नर्मदा घाटों पर बढ़ेगा पानी
विशेषज्ञों के अनुसार गेट खुलने के बाद नर्मदा नदी के घाटों पर 3 से 4 फीट तक पानी का स्तर बढ़ने की संभावना है। हालांकि, पानी की आवक के अनुसार भविष्य में जल निकासी को घटाया या बढ़ाया भी जा सकता है।
4 जिलों में अलर्ट
प्रशासन ने जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर और होशंगाबाद जिलों के निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है। नर्मदा किनारे बसे गांवों और बस्तियों के निवासियों को सुरक्षित दूरी बनाए रखने और नदी की धार से दूर रहने की सख्त सलाह दी गई है।

आपदा प्रबंधन टीमें तैयार
संभावित आपात स्थिति को देखते हुए आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क कर दिया गया है। जिलों के प्रशासन ने घाटों पर अनावश्यक भीड़ रोकने, नाव संचालन पर नजर रखने और ग्रामीणों को लगातार सचेत करने के निर्देश जारी किए हैं।
बरगी बांध की अहमियत
नर्मदा पर बने इस विशाल बरगी बांध से सिंचाई, पेयजल आपूर्ति और बिजली उत्पादन के साथ-साथ बाढ़ नियंत्रण का भी काम होता है। हर साल बरसात के दौरान जब जलस्तर अधिक हो जाता है, तो गेट खोलकर नियंत्रित ढंग से जल निकासी की जाती है।