मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन किसान कांग्रेस का विधानसभा घेराव: प्रदर्शन और सुरक्षा की तैयारी !

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मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन, किसान कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ एक बड़ा विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता भोपाल के रंगमहल चौराहे पर इकट्ठा हो रहे हैं, जहां से वे रैली के रूप में रोशनपुरा चौराहा होते हुए विधानसभा की ओर कूच करेंगे। इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से किसान कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।

मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, धर्मेंद्र सिंह चौहान ने भाजपा सरकार के खिलाफ कड़ा बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले जो “मोदी गारंटी” संकल्प पत्र जारी किया था, उसमें किसानों से कई वादे किए थे, लेकिन उन वादों में से एक भी पूरा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि इनमें से सबसे प्रमुख वादे थे:

  • 2700 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं खरीदने का वादा
  • 3100 रुपये प्रति क्विंटल धान खरीदने का वादा
  • 450 रुपये में गैस सिलेंडर देने का वादा
  • 3000 रुपये लाड़ली बहनों को देने का वादा
    धर्मेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि भाजपा सरकार ने इन वादों को नजरअंदाज किया और किसानों के साथ धोखा किया है। इस मुद्दे को लेकर किसान कांग्रेस अब विधानसभा का घेराव कर रही है और सरकार पर दबाव बना रही है।


रंगमहल चौराहे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की भारी भीड़ जुटने लगी है। इस जगह पर किसान अपने साथ खड़ी फसलें भी लाए हैं, ताकि वे अपनी परेशानियों और सरकार से की गई उम्मीदों को उजागर कर सकें।
वहीं, सुरक्षा के दृष्टिकोण से, पुलिस ने रंगमहल चौराहे पर बेरिकेडिंग कर दी है और मार्ग को बंद कर दिया है। इसके साथ ही, वाटर कैनन और अन्य सुरक्षा संसाधनों के साथ पुलिस बल तैनात किया गया है।


पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इस प्रदर्शन के दौरान कहा कि इस बार कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस के लाठियों, डंडों और पानी की बौछारों से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा, “हम किसानों से वादाखिलाफी करने वाली सरकार को घेरने के लिए विधानसभा जाएंगे।” उनके मुताबिक, यह प्रदर्शन भाजपा सरकार की किसानों के प्रति गलत नीतियों के खिलाफ है, और इस बार कांग्रेस कार्यकर्ता किसी भी स्थिति में सरकार को घेरने से पीछे नहीं हटेंगे।


इस प्रदर्शन में कई प्रमुख कांग्रेस नेता शामिल होंगे। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, और किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान सहित कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। ये नेता सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज कराएंगे और विधानसभा घेराव में भाग लेंगे।


पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए कई सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।

  • रंगमहल चौराहे से रोशनपुरा चौराहा जाने वाला मार्ग आज सुबह से बंद कर दिया गया है।
  • कांग्रेस नेताओं की सभा के लिए मंच सड़क पर ही तैयार किया गया है।
  • विधानसभा घेराव को लेकर पुलिस ने रोशनपुरा चौराहे पर बैरिकेडिंग की है, और मौके पर वाटर कैनन, टियर स्मोक गैस और अन्य सुरक्षा संसाधनों के साथ पुलिस बल तैनात किया गया है।
    इस सुरक्षा व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकना और शांति बनाए रखना है।


किसान कांग्रेस का यह प्रदर्शन किसानों की समस्याओं और सरकार द्वारा किए गए वादों को लेकर एक बड़े पैमाने पर हो रहा है। किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि भाजपा ने किसानों के हितों की अनदेखी की है और उनके साथ विश्वासघात किया है।
किसान कांग्रेस का यह आंदोलन किसान आंदोलन से प्रेरित है, जिसमें किसानों ने सरकार से उनकी फसलों का उचित मूल्य और अन्य सहायक योजनाओं की मांग की थी।


किसान कांग्रेस का विधानसभा घेराव मध्यप्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। यह प्रदर्शन ना सिर्फ किसानों की समस्याओं को उजागर करेगा, बल्कि यह भाजपा सरकार के खिलाफ एक सशक्त विरोध भी है। पुलिस और प्रशासन की पूरी तैयारी के बावजूद, कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सरकार पर दबाव बनाने के लिए अपना विरोध जताने के लिए तैयार हैं। अब देखना यह होगा कि इस प्रदर्शन के दौरान क्या घटनाक्रम होते हैं और सरकार की प्रतिक्रिया क्या होगी।

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