गुना की चौधरन कॉलोनी में 15 साल के बच्चे अभ्युदय जैन की मौत की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने सर्कमस्टेंशियल एविडेंस (मौके पर मिले सबूत) के आधार पर बच्चे की मां अल्का जैन को आरोपी बनाया है और उसे गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, अल्का ने अभी तक अपना जुर्म कबूल नहीं किया है और वह इस घटना को आत्महत्या बता रही है। 14 फरवरी को अभ्युदय का शव घर के बाथरूम में मिला था। शुरुआत में मामला आत्महत्या का लग रहा था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंटकर हत्या की बात सामने आई। पुलिस ने जांच शुरू की और मामले में मां अल्का जैन पर शक किया।

- अभ्युदय के पिता अनुपम जैन बैंक के काम से शहर से बाहर गए हुए थे।
- मां अल्का जैन शहर में काम से बाहर गईं।
- अभ्युदय घर पर अकेला था और पढ़ाई कर रहा था।
- शाम 7 बजे के आसपास अल्का घर लौटीं और दरवाजा बंद पाया।
- मकान मालिक से चाबी लेकर दरवाजा खोला गया।
- अभ्युदय बाथरूम में बेहोश पड़ा मिला। उसके पैर बंधे हुए थे और गले पर दुपट्टा कसा हुआ था।
- उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
- पोस्टमार्टम में पाया गया कि अभ्युदय की मौत गला दबाने से हुई है।
- उसके पेट में खाना अधपचा मिला, जिससे पता चला कि उसकी मौत दोपहर 2:30 से 3:30 के बीच हुई थी।
- CCTV फुटेज में दिखा कि घटना के समय केवल अल्का ही घर में थी।
- अल्का ने घटना के बाद डेढ़ घंटे तक घर के बाहर समय बिताया, जो संदेह पैदा करता है।

- कपड़े काटने के सबूत:
- घर से लेगी और दुपट्टा कटे हुए मिले, जो सुसाइड की साजिश को दर्शाते हैं।
- कपड़े बिना गठान के एकदम सीधे कटे हुए थे, जो केवल तभी संभव है जब उन्हें ध्यानपूर्वक काटा गया हो।
- अल्का ने पुलिस को बताया कि अभ्युदय उसे कपड़ों और पढ़ाई को लेकर टोकता था।
- उसने यह भी कहा कि उसने बच्चे को नहीं मारा, लेकिन उसके बयान में कई विसंगतियां थीं।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, अभ्युदय की मौत दोपहर 2:30 से 3:30 के बीच हुई थी, जब अल्का घर पर थी।
- पुलिस ने CCTV फुटेज, कॉल डिटेल और गवाहों के बयान के आधार पर जांच की।
- अल्का को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे आरोपी बनाया गया।
- पुलिस कोर्ट से अल्का का रिमांड मांगेगी।
- अभ्युदय के पिता अनुपम जैन प्राइवेट बैंक में काम करते हैं और अक्सर शहर से बाहर रहते हैं।
- अभ्युदय की मौत के बाद परिवार में मातम छा गया है।
- अभ्युदय के दो छोटे भाई-बहन हैं, जो अब परिवार में बचे हैं।

यह मामला एक परिवार के भीतर के तनाव और संघर्ष को दर्शाता है। पुलिस ने सर्कमस्टेंशियल एविडेंस के आधार पर अल्का जैन को आरोपी बनाया है, हालांकि वह अपना जुर्म कबूल नहीं कर रही है। पुलिस की जांच जारी है और केस कोर्ट में चलेगा।