वीरांगना दुर्गावती टाईगर रिजर्व हेतु जिला स्तरीय समिति की बैठक संपन्न !

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सागर, 11 दिसंबर 2024 – वीरांगना दुर्गावती टाईगर रिजर्व से संबंधित विस्थापन प्रक्रिया को लेकर सागर जिले में जिला स्तरीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता अपर कलेक्टर श्री रुपेश उपाध्याय ने की। बैठक में विस्थापित होने वाले परिवारों को सुनकर उनके दस्तावेजों का परीक्षण किया गया और विस्थापन के संबंध में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गए।

बैठक में दिए गए निर्देश:

अपर कलेक्टर श्री रुपेश उपाध्याय ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि विस्थापित परिवारों को तुरंत मुआवजा राशि हस्तांतरित कर विस्थापन की प्रक्रिया को गति दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जिन परिवारों ने विस्थापन के खिलाफ आपत्तियां दर्ज की हैं, उन आपत्तियों का मौके पर जाकर पुनः सत्यापन किया जाए। सत्यापन के बाद जो परिवार विस्थापन के लिए पात्र पाए जाएंगे, उन्हें शीघ्र मुआवजा राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित कर दी जाए।

अपर कलेक्टर ने कलेक्टर श्री संदीप जी आर के निर्देश के अनुसार सभी आवश्यक कार्रवाई शीघ्रता से सुनिश्चित करने के लिए कहा ताकि विस्थापन की प्रक्रिया समय पर पूरी हो सके।

विस्थापित परिवारों का दस्तावेज परीक्षण:

बैठक के दौरान विभिन्न ग्रामों से आए विस्थापित परिवारों के दस्तावेजों का परीक्षण किया गया। इसमें प्रमुख रूप से पूतदेही, झमरा, जोगीपुरा, केरपानी, खमरापठार, आखीखेड़ा, खापा खगोरिया, केसली, मोगरा, पापरा, देवलपानी, पटना और मोहली ग्रामों के परिवारों के दस्तावेजों का मूल्यांकन किया गया।

  • पूतदेही ग्राम: इस ग्राम से उपस्थित अपात्र हितग्राहियों के दस्तावेजों का परीक्षण किया गया और ग्राम के बाहर निवासरत परिसंपत्तिधारकों की परिसंपत्तियों का मूल्यांकन किया गया।
  • झमरा ग्राम: झमरा ग्राम से प्रेषित हितग्राहियों के बैंक खातों की पासबुक की स्वप्रमाणित छाया प्रति प्राप्त की गई, और ग्राम के बाहर निवासरत परिसंपत्तिधारकों का मूल्यांकन किया गया।
  • जोगीपुरा ग्राम: इस ग्राम में भू-अर्जन शाखा द्वारा परीक्षण के उपरांत ग्राम से बाहर निवासरत परिसंपत्तिधारकों के मुआवजा वितरण हेतु पत्रक तैयार कर प्रस्तुत किया गया।
  • केरपानी, खमरापठार ग्राम: इन दोनों ग्रामों से बाहर निवासरत परिसंपत्तिधारकों का मूल्यांकन पत्रक प्रस्तुत किया गया।
  • खापा खगोरिया, केसली ग्राम: इन ग्रामों से बाहर निवासरत परिसंपत्तिधारकों का मूल्यांकन पत्रक प्रस्तुत किया गया, और खपराखेडा ग्राम में निवासरत शेष अपात्र व्यक्तियों को ग्राम से बाहर किए जाने की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की गई।
  • मोगरा और पापरा ग्राम: इन दोनों ग्रामों को वीरान घोषित किया गया और वीरान ग्रामों में जिन व्यक्तियों की परिसंपत्तियां हैं, उनका मूल्यांकन पत्रक प्रस्तुत किया गया।
  • देवलपानी, पटना, मोहली ग्राम: इन ग्रामों के पात्र/अपात्र हितग्राहियों की सूची का अवलोकन किया गया, और ग्राम से बाहर निवासरत परिसंपत्तिधारकों की परिसंपत्तियों का मूल्यांकन पत्रक प्रस्तुत किया गया।

समीक्षा और आगे की कार्रवाई:

बैठक में विस्थापितों के मुआवजा वितरण की प्रक्रिया, उनके अधिकारों की रक्षा और विस्थापन के दौरान उत्पन्न होने वाली समस्याओं पर चर्चा की गई। विशेष ध्यान दिया गया कि विस्थापितों के मुआवजे में किसी प्रकार की देरी न हो, ताकि उन्हें समय पर राहत मिल सके।

अपर कलेक्टर श्री उपाध्याय ने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे विस्थापन के लिए आवश्यक सभी दस्तावेजों की समीक्षा कर जल्दी से जल्दी मुआवजा वितरण की कार्रवाई शुरू करें।

बैठक में उपस्थित प्रमुख व्यक्ति:

बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी और विस्थापित होने वाले ग्रामों के ग्रामवासी उपस्थित थे, जिनमें डीएफओ श्री ए के अंसारी, रहली एसडीएम श्री गोविंद दुबे, देवरी एसडीएम श्रीमती भव्या त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट एवं भू अर्जन अधिकारी श्रीमती जूही गर्ग शामिल थे।
इस बैठक का उद्देश्य वीरांगना दुर्गावती टाईगर रिजर्व क्षेत्र के विस्थापितों को समय पर मुआवजा प्रदान करना और उनके विस्थापन की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा करना था। अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत अब विस्थापन की प्रक्रिया को गति दी जाएगी, जिससे विस्थापित परिवारों को जल्द ही राहत मिल सकेगी।

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