सागर जिले में प्रशासन ने चुनावी, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री संदीप जी आर ने एसआईआर सर्वे में लापरवाही पाए जाने पर तीन एसडीएम और 15 तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किए, जबकि तीन बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) को तत्काल निलंबित किया गया।

1. एसआईआर सर्वे में कड़ी कार्रवाई
- कारण बताओ नोटिस:
- अनुविभागीय अधिकारी खुरई: श्री मनोज चौरसिया
- संयुक्त कलेक्टर एवं निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी: श्रीमती आरती यादव
- अनुविभागीय अधिकारी सुरखी: श्री रोहित वर्मा
- BLO निलंबन:
- श्री देवेन्द्र चौरसिया, मतदान केंद्र 155, जैसीनगर
- श्री अरुण अहिरवार, मतदान केंद्र 257, करैया
- कामता प्रसाद पटेल, सचिव, ग्राम कटंगी मतदान केंद्र 193, सुरखी विधानसभा क्षेत्र
कारण: एसआईआर सर्वे डिजिटाइजेशन में प्रगति शून्य, म.प्र. सिविल सेवा नियम 1965 एवं 1966 का उल्लंघन।
कलेक्टर ने जिले के सभी निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्धारित समय सीमा में सर्वे कार्य पूरी गंभीरता से पूरा किया जाए, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
2. स्कूलों के समय में बदलाव
- बढ़ती सर्दी को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी श्री अरविंद जैन ने आदेश दिया कि:
- नर्सरी से कक्षा 5: प्रातः 09:00 बजे से पहले कक्षाएं नहीं होंगी
- कक्षा 6 से 12: प्रातः 08:30 बजे से पहले कक्षाएं नहीं होंगी
- आदेश सभी शासकीय, अशासकीय, केंद्रीय, ICSE और CBSE स्कूलों पर तत्काल प्रभाव से लागू होंगे।
- स्कूल प्रमुखों को कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
3. बीएमसी में सुरक्षा कर्मियों का निलंबन
- बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में 14 नवंबर की रात मरीज के परिजनों से हाथापाई के मामले में डीन डॉ. पी. एस. ठाकुर ने तीन सुरक्षा कर्मियों को निलंबित किया।
- घटना: वार्ड नंबर 5 में भर्ती महिला मरीज के पति नशे की हालत में वार्ड में प्रवेश की कोशिश कर रहे थे, गार्ड ने रोकने का प्रयास किया। विवाद के दौरान सुरक्षा कर्मियों ने अनुचित व्यवहार किया।
- डीन ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी सुरक्षा कर्मियों को मरीजों और परिजनों के साथ सम्मानजनक व्यवहार रखना होगा।
- साथ ही डीन ने आमजनों और अस्पताल में आने वाले लोगों से अपील की कि नशीले पदार्थों का सेवन करके अस्पताल परिसर में प्रवेश न करें।
सागर प्रशासन ने चुनावी, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में कड़ी कार्रवाई कर अनुशासन और कार्य दक्षता पर ज़ोर दिया है। एसआईआर सर्वे, स्कूल समय सुधार और बीएमसी सुरक्षा कर्मियों के निलंबन से यह स्पष्ट संदेश गया कि लापरवाही और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।