सागर, 12 दिसंबर 2024
सागर जिले के मकरोनिया नगर पालिका क्षेत्र में गुरुवार को शिवसेना ने अवैध पार्किंग और भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मकरोनिया नगर पालिका (NPA) के गेट पर तालाबंदी की और वहां 11 फीट लंबी कागजों की माला चस्पा की, जिससे विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया। यह प्रदर्शन अवैध शॉपिंग मॉल और पार्किंग की समस्या को लेकर किया गया, जिसमें यातायात व्यवस्था के बिगड़ने और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए।
विरोध प्रदर्शन का कारण और मांगें:
शिवसेना ने मकरोनिया नगर पालिका क्षेत्र में अवैध पार्किंग की समस्या को गंभीरता से उठाया। शिवसैनिकों का कहना था कि मकरोनिया क्षेत्र में कई शॉपिंग मॉल अवैध रूप से बने हैं, जिनमें पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके परिणामस्वरूप, सड़कों पर वाहनों की अवैध पार्किंग हो रही है, जिससे यातायात व्यवस्था बाधित हो रही है। विरोध प्रदर्शन में शिवसेना ने यह भी आरोप लगाया कि नगर पालिका प्रशासन इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है और भ्रष्टाचार के चलते इस मामले को अनदेखा किया जा रहा है।

शिवसेना के नेताओं का बयान:
विकास सिंह, शिवसेना जिला प्रभारी ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि मकरोनिया नगर पालिका में अवैध शॉपिंग मॉल्स की वजह से यातायात व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि इन मॉल्स में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे सड़क के किनारे वाहनों की अवैध पार्किंग हो रही है। इस कारण से मकरोनिया के रास्तों पर यातायात की गति धीमी हो रही है और कई बार दुर्घटनाओं की स्थिति बन रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पालिका में भ्रष्टाचार हो रहा है और सीएमओ (मुख्य नगर पालिका अधिकारी) इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। अगर वे कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
शिवसेना उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी ने भी नगर पालिका और अवैध शॉपिंग मॉल्स की मिलीभगत का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नगर पालिका के अधिकारी नक्शा के खिलाफ बन रहे शॉपिंग मॉल्स पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, जबकि क्षेत्रीय विधायक और कलेक्टर ने भी इन मॉल्स का निरीक्षण किया है। पप्पू तिवारी ने चेतावनी दी कि यदि इन अवैध पार्किंग और शॉपिंग मॉल्स के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो शिवसेना मकरोनिया बंद का आह्वान करेगी।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस की भूमिका:
विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस मौके पर पहुंची और शिवसैनिकों से बातचीत की। पुलिस ने उन्हें समझाइश दी और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन खत्म करने का अनुरोध किया। इसके बाद, शिवसेना के नेताओं ने नगर पालिका प्रशासन को अपनी मांगों से संबंधित एक पत्र सौंपा। पत्र में अवैध पार्किंग हटाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की गई।

विरोध प्रदर्शन के परिणाम और आगामी कदम:
शिवसेना ने इस प्रदर्शन के माध्यम से न केवल अवैध पार्किंग और शॉपिंग मॉल्स के खिलाफ आवाज उठाई, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि उनकी मांगों को नगर पालिका प्रशासन गंभीरता से ले। हालांकि, यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त हो गया, लेकिन शिवसेना ने स्पष्ट किया है कि अगर उनकी मांगों पर जल्द कोई कदम नहीं उठाया गया तो वे और भी बड़े कदम उठाने पर विचार करेंगे। इसके तहत मकरोनिया क्षेत्र में बंद का आह्वान किया जा सकता है।
मकरोनिया नगर पालिका क्षेत्र में अवैध पार्किंग और भ्रष्टाचार के खिलाफ शिवसेना का यह प्रदर्शन एक संकेत है कि जनता अब अपनी समस्याओं को लेकर और ज्यादा सक्रिय हो रही है। नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ उठाए गए आरोप, खासकर अवैध शॉपिंग मॉल्स और भ्रष्टाचार की जांच की मांग, दर्शाता है कि स्थानीय स्तर पर प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। अब यह देखने वाली बात होगी कि नगर पालिका प्रशासन इन आरोपों पर क्या कार्रवाई करता है और क्या शिवसेना की मांगों को शीघ्र मान्यता मिलती है।