सिंगरौली में मिला दुर्लभ खनिजों का खजाना: मध्यप्रदेश बनेगा क्रिटिकल मिनरल्स का वैश्विक हब !

Spread the love

भोपाल/सिंगरौली।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश अब केवल ऊर्जा की राजधानी ही नहीं, बल्कि क्रिटिकल मिनरल्स (दुर्लभ खनिजों) की राजधानी के रूप में भी जाना जाएगा। हाल ही में सिंगरौली जिले में रेयर अर्थ एलिमेंट्स (Rare Earth Elements-REE) का विशाल भंडार मिलने की पुष्टि हुई है, जिससे भारत की तकनीकी और औद्योगिक आत्मनिर्भरता की दिशा में यह खोज मील का पत्थर साबित होगी।

✦ चीन पर निर्भरता से मुक्ति

अब तक भारत इन तत्वों के लिए चीन और अन्य देशों पर निर्भर रहा है। पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में इन खनिजों की खोज हुई है। केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने संसद में बताया था कि यह खोज भारत को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूत बनाएगी। यह ग्रीन एनर्जी, इलेक्ट्रिक वाहनों, इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा तकनीक के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता दिलाने वाला बड़ा कदम है।

✦ सिंगरौली बना भविष्य का क्रिटिकल मिनरल्स हब

कोल इंडिया लिमिटेड के शोध में सामने आया कि सिंगरौली की कोयला खदानों और चट्टानों में स्कैंडियम, यिट्रियम जैसे तत्व मौजूद हैं। कोयले में इनकी औसत सांद्रता 250 PPM और गैर-कोयला स्तर पर 400 PPM दर्ज की गई। जुलाई 2025 में इस खोज की आधिकारिक घोषणा हुई थी। विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में कोयले की राख (फ्लाई ऐश) और ओवरबर्डन भी खनिजों के द्वितीयक स्रोत बन सकते हैं।

✦ IREL के साथ साझेदारी और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

खनिज संसाधन विभाग ने इंडियन रेयर अर्थ्स लिमिटेड (IREL) के साथ सहयोग पर चर्चा की है। भोपाल स्थित इकाई के दौरे के बाद राज्य सरकार ने तय किया है कि प्रसंस्करण और अनुसंधान के लिए बुनियादी ढांचे को विकसित किया जाएगा। साथ ही, “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” स्थापित करने की योजना है, जो शोध, प्रशिक्षण और उद्योगों को वैश्विक स्तर पर सहयोग देगा।

✦ क्यों अहम हैं रेयर अर्थ एलिमेंट्स?

रेयर अर्थ एलिमेंट्स को आधुनिक तकनीक का आधार माना जाता है।

  • रक्षा और अंतरिक्ष: नियोडिमियम और सैमरियम-कोबाल्ट चुंबक मिसाइल, राडार और उपग्रह संचार में उपयोगी।
  • ग्रीन एनर्जी: पवन ऊर्जा संयंत्र और इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियों के लिए अनिवार्य।
  • पेट्रोलियम: लैंथेनम और सेरियम रिफाइनिंग व प्रदूषण नियंत्रण में।
  • इलेक्ट्रॉनिक्स: यूरोपियम, यिट्रियम और टर्बियम LED, LCD और स्मार्टफोन्स के लिए।
  • स्वास्थ्य: गैडोलीनियम MRI स्कैन और ल्यूटेटियम कैंसर उपचार में अहम।

✦ आत्मनिर्भर भारत अभियान को नई ऊर्जा

सिंगरौली की यह खोज आत्मनिर्भर भारत अभियान को नई गति देगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा – “अब भारत को चीन पर निर्भर नहीं रहना होगा। मध्यप्रदेश क्रिटिकल मिनरल्स का हब बनेगा और आने वाले वर्षों में भारत वैश्विक नेतृत्व की ओर कदम बढ़ाएगा।”

✦ भारत की भूगर्भीय क्षमता

भारत के तटीय इलाकों की रेत, अपक्षयित ग्रेनाइट और कुछ विशेष खनिज संरचनाएँ (बास्टनेसाइट, मोनाजाइट, लोपेराइट, जेनोटाइम) पहले से ही इन तत्वों से समृद्ध मानी जाती हैं। सिंगरौली की यह खोज इन्हें और सशक्त बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *