जर्मन अंतरराष्ट्रीय सहयोग (GIZ) के सहयोग से संचालित SuATI परियोजना के तहत मानव विकास सेवा संघ, सागर द्वारा जिला स्तरीय संयुक्त मंच का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य क्षेत्र में कृषि-पारिस्थितिक परिवर्तन (Agroecological Transformation) को गति देना, टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देना और भारत–जर्मनी के पारस्परिक सहयोग को और सुदृढ़ बनाना रहा।

कार्यक्रम में GIZ से श्री मोहन धामोत्तरन (कंसल्टेंट) एवं श्री अशोक कुमार, मानव विकास सेवा संघ के निदेशक फा. थॉमस फिलिप, ATMA के परियोजना निदेशक श्री एम.के. प्रजापति, कृषि विभाग के ADA श्री जितेंद्र राजपूत, ATMA के BTM श्री विपिन जैन, MSSRF चेन्नई से श्री निलेंद्र सिंह, सुआति परियोजना कोऑर्डिनेटर श्री संजीव तिवारी सहित परियोजना टीम के सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक में सहभागी विशेषज्ञों ने प्राकृतिक खेती मॉडल के विस्तार, किसानों की क्षमता निर्माण, जैविक एवं प्राकृतिक कृषि पद्धतियों के प्रसार, तथा भारत–जर्मनी कृषि सहयोग को और प्रभावी बनाने पर व्यापक चर्चा की। मंच पर विभिन्न संस्थानों के बीच समन्वय को मजबूत करने, तकनीकी समर्थन की निरंतरता बनाए रखने और क्षेत्रीय स्तर पर टिकाऊ, पर्यावरण-अनुकूल खेती को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
कार्यक्रम के अंत में यह सहमति बनी कि सुआति परियोजना के माध्यम से किसानों को अधिक तकनीकी सहायता, प्रशिक्षण और स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप कृषि समाधान उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे क्षेत्र में दीर्घकालीन कृषि समृद्धि सुनिश्चित हो सके।