खेल एवं युवक कल्याण विभाग सागर द्वारा शुक्रवार को रवीन्द्र भवन में संभाग स्तरीय 29वां युवा उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं ‘वंदे मातरम’ के गायन से हुआ। मुख्य अतिथि विधायक शैलेंद्र कुमार जैन ने अपने संबोधन में कहा कि “जीवन में केवल सफलता प्राप्त करना ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि खेल भावना को आत्मसात करना सबसे बड़ा संस्कार है। खेल भावना व्यक्ति को अनुशासन, सहयोग और सहनशीलता का पाठ पढ़ाती है।”

उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने व्यक्तित्व में सकारात्मक ऊर्जा और सेवा की भावना विकसित करनी चाहिए। उन्होंने ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर युवाओं को शुभकामनाएँ देते हुए बताया कि यह गीत भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की आत्मा रहा है, जिसने देशभक्ति और एकता की भावना को सशक्त किया।
विधायक जैन ने आगे कहा कि “संस्कृत भाषा हमारे ज्ञान, संस्कृति और संस्कारों की मूल भाषा है, इसे अपनाना हमारा नैतिक दायित्व है।” उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने जीवन में भारतीय भाषाओं और परंपराओं का सम्मान करें।
कार्यक्रम में सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों से आए युवा प्रतिभागियों ने लोकनृत्य, लोकगीत, शास्त्रीय गायन, वादन, एकल अभिनय और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। दर्शकों ने कलाकारों की प्रस्तुति पर तालियों की गड़गड़ाहट से उत्साह बढ़ाया।
इस अवसर पर वीनू राणा, अंबिका यादव, अतुल श्रीवास्तव, रम्मू तिवारी, मंगल यादव, प्रेम कुमार, सतीश साहू, श्रीमती संगीता भदौरिया सहित बड़ी संख्या में युवा प्रतिभागी, अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया और प्रदेश स्तरीय युवा उत्सव में चयनित प्रतिभाओं को शुभकामनाएँ दी गईं। पूरा कार्यक्रम उत्साह, अनुशासन और भारतीय संस्कृति की समृद्ध झलक से सराबोर रहा।