राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के अंतर्गत शासकीय संभागीय आईटीआई सागर में साइबर सुरक्षा पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रशिक्षण अधिकारी, प्रशिक्षणार्थी एवं एनसीसी कैडेट बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

व्याख्यान में एसबीआई लाइफ सागर के एरिया मैनेजर श्री जयराम विश्वकर्मा तथा एसबीआई के एडवाइजर श्री हेमराज मिश्रा ने उपस्थित प्रतिभागियों को बढ़ते साइबर अपराध, संभावित खतरों और सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
क्वांटम कंप्यूटिंग और साइबर अपराध: बढ़ती चुनौती
विशेषज्ञों ने बताया कि भारत में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी उभरती तकनीकें साइबर सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियाँ प्रस्तुत कर सकती हैं। इन परिस्थितियों को देखते हुए भारत सरकार द्वारा नागरिकों की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन 1930 स्थापित की गई है, जिस पर किसी भी प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर तत्काल शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

लिंक, APK और असत्यापित वेबसाइटों से सावधान रहने की सलाह
व्याख्यान के दौरान युवाओं को चेताया गया कि—
- किसी भी अंजान लिंक, संदिग्ध APK फाइल या असत्यापित वेबसाइट को न खोलें।
- अपने ओटीपी, एटीएम कार्ड नंबर, पासवर्ड, यूपीआई पिन जैसी महत्वपूर्ण जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
- बैंक कभी भी फोन या संदेश के माध्यम से ग्राहक से ओटीपी या पासवर्ड की मांग नहीं करता, इसलिए ऐसे कॉल तुरंत काट दें।
साइबर शपथ दिलाई गई
कार्यक्रम में श्री सुनील सेन द्वारा उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को साइबर सुरक्षा शपथ दिलाई गई, जिसमें सुरक्षित डिजिटल व्यवहार अपनाने का संकल्प लिया गया।

संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
इस अवसर पर
- श्री अमरनाथ साकेत, प्राचार्य आईटीआई सागर
- सुश्री पूजा तिवारी, प्राचार्य वर्ग–02
- श्री लखनलाल अहिरवार, प्रभारी प्रशिक्षण अधीक्षक
सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं में डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें साइबर अपराधों से सुरक्षित रखने हेतु आवश्यक जानकारी प्रदान करना रहा।