ग्वालियर जिले के डबरा में सोमवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें तेज रफ्तार कार ने दादी, पोते और पोती को कुचल दिया। हादसा ने पूरे इलाके में शोक की लहर पैदा कर दी है। इस हादसे में दादी विमला जाटव (55) और उनका 5 साल का पोता प्रिंस की मौके पर मौत हो गई, जबकि 8 साल की पोती पल्लवी को गंभीर चोटें आई हैं। यह हादसा राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (NH-44) पर मॉडल स्कूल के पास सिंध पुल के पास हुआ।

हादसे का विवरण
जानकारी के अनुसार, 55 वर्षीय विमला जाटव अपने पोते प्रिंस (5) और पोती पल्लवी (8) को सुबह 7 बजे ट्यूशन से लेने के बाद घर वापस लौट रही थी। जैसे ही वह तीनों सड़क पार कर रहे थे, एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसा इतना भयंकर था कि विमला जाटव मौके पर ही गिरकर अपनी जान गंवा बैठी। इसके अलावा, उनके पोते प्रिंस ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। वहीं, पोती पल्लवी गंभीर रूप से घायल हो गई और उसे तत्काल प्राथमिक उपचार के बाद ग्वालियर रेफर किया गया।
घटना के बाद परिजनों का बयान
हादसे के बाद मृतक विमला के पति मुरारी जाटव ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि उनकी पत्नी सड़क पर दूर जा गिरी। हादसा होने के बाद आसपास के लोगों ने उन्हें सूचना दी। जब वह मौके पर पहुंचे, तो देखा कि उनकी पत्नी और पोता मौके पर ही मृत पड़े थे, जबकि पोती गंभीर रूप से घायल थी। यह परिवार एक गरीब मजदूर परिवार था, और विमला के पति ईंट भट्टे पर काम करके परिवार का पालन पोषण करते थे।

घायल पोती का इलाज और हालत
हादसे में गंभीर रूप से घायल हुई पल्लवी को पहले प्राथमिक उपचार दिया गया और फिर उसे ग्वालियर रेफर किया गया। इलाज के दौरान उसकी हालत नाजुक बनी हुई है, और उसे सख्त निगरानी में रखा गया है। पल्लवी की हालत को लेकर डॉक्टरों ने गंभीरता जताई है, लेकिन फिलहाल उसकी स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
पीड़ित परिवार की स्थिति
पीड़ित परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। विमला के पति मुरारी जाटव ईंट भट्टे पर मजदूरी करते हैं, और उनके परिवार का जीवन इसी से चलता है। परिवार सिंध नदी के किनारे बने एक छोटे से दफाई में रहता है। विमला और उनके बच्चों के निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, क्योंकि उन्होंने अपनी रोजी-रोटी के लिए कड़ी मेहनत की थी। अब परिवार के सामने भारी संकट खड़ा हो गया है, खासकर जब परिवार का सिरपरस्त इस घटना में मौत के मुंह में चला गया।

पुलिस की कार्रवाई
सिटी थाना प्रभारी यशवंत गोयल ने घटना के संबंध में बताया कि पुलिस ने इस हादसे का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी वाहन चालक की तलाश जारी है, लेकिन अभी तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हादसे के बाद से स्थानीय लोग और परिवार के सदस्य मामले में न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का उल्लंघन
यह घटना उस वक्त हुई जब परिवार सड़क पार करने की कोशिश कर रहा था। हादसे की गंभीरता को देखते हुए यह भी सवाल उठता है कि क्या सड़क सुरक्षा के इंतजाम सही थे? क्या इस इलाके में सड़क पार करते समय पैदल यात्रियों के लिए सुरक्षा का कोई उपाय था? सड़क हादसे और तेज रफ्तार से हो रही दुर्घटनाओं को लेकर स्थानीय प्रशासन और यातायात विभाग को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे रोके जा सकें।
समाज और प्रशासन की भूमिका
इस घटना ने एक बार फिर हमें सड़क सुरक्षा की अहमियत और जिम्मेदार ड्राइविंग के महत्व को याद दिलाया है। तेज रफ्तार से होने वाले सड़क हादसों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है, और इन घटनाओं में अक्सर मासूमों और गरीब परिवारों का शिकार होते हैं। प्रशासन को इस दिशा में सुधार की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे कम हो सकें।

ग्वालियर जिले के डबरा में हुआ यह हादसा समाज के लिए एक दर्दनाक और सोचने पर मजबूर करने वाला वाकया है। इस हादसे ने न केवल एक परिवार को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि पूरे इलाके में सुरक्षा की चिंता भी बढ़ा दी है। इस घटना से यह साबित होता है कि सड़क सुरक्षा पर ध्यान देना कितना महत्वपूर्ण है। प्रशासन और समाज को मिलकर इस दिशा में काम करना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे रोके जा सकें।