दमोह जिले के तेजगढ़ थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह एक गंभीर घटना घटी, जब दो बहनें छेड़छाड़ और अश्लील टिप्पणियों से परेशान होकर चलती बस से कूद गईं। इस घटना में दोनों बहनों को सिर में गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया गया। घटना अखरोटा-टोरी मार्ग पर स्थित एक स्कूल के पास घटी, जब दोनों बहनें गणित की परीक्षा के लिए जा रही थीं।

घटना की शुरुआत और कारण
यह घटना तब शुरू हुई जब दोनों बहनें स्कूल जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थीं। एक 9वीं कक्षा की छात्रा और उसकी बहन ने काफी देर तक बस का इंतजार किया, लेकिन जब बस नहीं आई, तो दोनों ने सामने से आ रही एक नई बस को रुकवाया और उसमें सवार हो गईं। छात्रा के अनुसार, बस में चढ़ने के बाद स्थिति काफी असहज हो गई।
कंडक्टर ने किराया लेने से मना कर दिया और बस के दरवाजे बंद कर दिए। तभी बस में एक व्यक्ति बैठा था, जो दोनों छात्राओं को घूरते हुए अश्लील टिप्पणियां करने लगा। जब दोनों बहनें बस रोकने की कोशिश करती हैं, तो कंडक्टर और ड्राइवर ने उनकी कोई मदद नहीं की। इस स्थिति से तंग आकर, दोनों बहनें मजबूरन चलती बस से कूद गईं।

पुलिस का बयान और गिरफ्तारी
घटना के बाद तेजगढ़ थाना प्रभारी अभिषेक पटेल ने मामले की जानकारी दी और बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी अब भी फरार है। गिरफ्तार आरोपियों में बस के ड्राइवर मोहम्मद आशिक शाह (28), कंडक्टर बंसी लाल (63), और एक अन्य आरोपी हुकुम (71) शामिल हैं। पुलिस ने इन पर छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
एसपी संदीप मिश्रा ने भी मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ के बाद छात्राओं के बयान लिए जाएंगे और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
घटना का विस्तार
बस की यात्रा के दौरान, ड्राइवर और क्लीनर के अलावा दो अन्य यात्री बस में सवार थे। छात्राओं ने बस को रोकने के लिए कहा, जिसके बाद बस कुछ दूरी पर रुकी। इस बीच, दोनों बहनें डर के मारे चलती बस से कूद पड़ीं। घटना के बाद आसपास के लोगों ने बताया कि छेड़छाड़ जैसी घटना स्पष्ट नहीं है, लेकिन दोनों छात्राओं के बयान के बाद ही इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
दमोह पुलिस ने मामले में कुल चार लोगों पर छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। आरोपियों में शामिल हैं:
- ड्राइवर मोहम्मद आशिक शाह (28), निवासी हिंडोरिया
- कंडक्टर बंसी लाल (63), निवासी कुंडलपुर
- हुकुम (71), निवासी सदगुवां
- माधव (53), निवासी राजा पटना
तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक आरोपी फरार है। पुलिस ने मामले की पूरी जांच शुरू कर दी है, और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
महिला सुरक्षा और सार्वजनिक परिवहन
इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि महिलाओं और बच्चों के लिए सार्वजनिक परिवहन में सुरक्षा का मुद्दा कितना महत्वपूर्ण है। छेड़छाड़ और अश्लील टिप्पणियां महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ते अपराधों का हिस्सा बन चुकी हैं, और इन घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।
सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं और बच्चों को पूरी सुरक्षा मिले, इसके लिए सख्त नियम और निगरानी जरूरी है। यदि इस घटना के दौरान बस के कंडक्टर और ड्राइवर ने सही कदम उठाया होता और छात्राओं की मदद की होती, तो शायद यह घटना नहीं घटी होती।

सामाजिक जिम्मेदारी और प्रशासनिक कार्रवाई
यह घटना इस बात का भी प्रतीक है कि समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर सार्वजनिक परिवहन की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार लाने की आवश्यकता है। केवल कानूनी कार्रवाई से इस तरह की घटनाओं को नहीं रोका जा सकता, बल्कि हमें समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इस दिशा में जागरूक करने की जरूरत है।
महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाली छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए, और परिवहन विभाग को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे।
दमोह की यह घटना महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे को पुनः उजागर करती है। समाज में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के मद्देनजर, यह आवश्यक है कि सार्वजनिक स्थानों, खासकर सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में, महिलाओं के लिए सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।