12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 चालक दल सदस्य शामिल थे। विमान लंदन के गेटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रहा था। यह हादसा अहमदाबाद के मेघानी नगर इलाके में हुआ, जो सिविल अस्पताल के डॉक्टरों के हॉस्टल के पास स्थित है। इससे पहले, विमान ने ATC को “MAYDAY” कॉल किया था, लेकिन इसके बाद संपर्क टूट गया। विमान के गिरते ही पूरे इलाके में धुएं का गुबार दिखाई दिया। अब तक 100 शव मिलने की खबर है।

🛬 विमान और यात्री विवरण
- विमान प्रकार: बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (मेट्रिक VT-ANB)
- उड़ान संख्या: AI-171
- उड़ान मार्ग: अहमदाबाद (Sardar Vallabhbhai Patel International Airport) → लंदन गेटविक
- कुल सवार: 242 (230 यात्री, 12 चालक दल सदस्य)
- राष्ट्रीयताएँ:
- 169 भारतीय
- 53 ब्रिटिश
- 7 पुर्तगाली
- 1 कनाडाई

विमान ने दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरी थी और महज दो मिनट बाद, 1:40 बजे, यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान के गिरने से आसपास के इलाकों में भारी धुएं का गुबार दिखाई दिया। मौके पर दमकल और एंबुलेंस की कई गाड़ियाँ भेजी गईं। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में लगातार एंबुलेंस पहुंच रही हैं और घायलों का इलाज जारी है।

🔍 दुर्घटना की प्रारंभिक जानकारी
विमान के उड़ान भरने के तुरंत बाद ATC को “MAYDAY” कॉल मिला था, लेकिन इसके बाद विमान से कोई संपर्क नहीं हो सका। विमान एक डॉक्टरों के हॉस्टल के पास गिरा और घटनास्थल से भारी धुएं का गुबार उठता देखा गया। दुर्घटना के बाद हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें अस्थायी रूप से रोक दी गई हैं। बचाव कार्य में NDRF की कई टीमें जुटी हैं, जिनमें 90 से अधिक कर्मी शामिल हैं।
🧪 बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की बैटरी सुरक्षा
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की बैटरी में पहले भी सुरक्षा संबंधी समस्याएँ सामने आई थीं। 2013 में, लिथियम-आयन बैटरियों में आग लगने की घटनाओं के बाद, FAA ने विमान की बैटरी प्रणाली की पूरी समीक्षा की थी। इसके परिणामस्वरूप, बैटरी में सुधार किए गए थे, जैसे कि नई थर्मल और इलेक्ट्रिकल इंसुलेशन सामग्री का उपयोग, बैटरी के लिए मजबूत स्टील इनक्लोजर, और टाइटेनियम वेंटिंग सिस्टम की स्थापना। इन सुधारों के बाद, FAA ने अप्रैल 2013 में नई बैटरी डिजाइन को मंजूरी दी थी। इसके बावजूद, बैटरी में आंतरिक शॉर्ट सर्किट, ओवरचार्जिंग, और उच्च तापमान जैसे कारकों के कारण थर्मल रनवे जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। हालांकि, वर्तमान में बैटरी की सुरक्षा में सुधार हुआ है, लेकिन यह घटना सुरक्षा मानकों की निरंतर निगरानी और सुधार की आवश्यकता को दर्शाती है।

🛠️ जांच और प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने इस दुर्घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है। भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय और एयर इंडिया ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किजारापू ने शोक व्यक्त किया है और अधिकारियों के साथ सहयोग की बात की है।
📸 दृश्य और प्रतिक्रिया
दुर्घटना स्थल से प्राप्त वीडियो फुटेज में विमान को एक आवासीय क्षेत्र के ऊपर से उड़ते हुए और फिर एक विशाल आग के गोले में बदलते हुए देखा गया है। मौके पर दमकल विभाग और आपातकालीन सेवाएँ सक्रिय रूप से बचाव कार्यों में जुटी हैं। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में लगातार एंबुलेंस पहुंच रही हैं और घायलों का इलाज जारी है।