रक्षाबंधन के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश की बहनों को एक विशेष सौगात मिली है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 07 अगस्त को राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में लाड़ली बहनों को अगस्त माह की नियमित 1250 रुपये की किस्त के साथ-साथ रक्षाबंधन पर विशेष 250 रुपये की अतिरिक्त आर्थिक सहायता प्रदान की। यह ऐतिहासिक अवसर न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम था, बल्कि सामाजिक समरसता और स्नेह का प्रतीक भी बन गया।

कार्यक्रम का सीधा प्रसारण वेबकास्ट के माध्यम से पूरे प्रदेश में किया गया, जिसमें सागर जिले की बहनों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। महिला एवं बाल विकास विभाग, सागर द्वारा जिले के समस्त आंगनवाड़ी केंद्रों, ग्राम पंचायत भवनों और परियोजना कार्यालयों में प्रसारण की समुचित व्यवस्था की गई थी, ताकि ग्रामीण अंचलों तक यह संदेश पहुंचे और सभी बहनें मुख्यमंत्री की सौगात का हिस्सा बन सकें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, सागर ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत जिले की कुल 4,19,774 लाभार्थी महिलाओं के बैंक खातों में 61 करोड़ 90 लाख 52 हजार रुपये की राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से जमा की गई है। यह राशि सीधे उनके खातों में पहुँचाई गई, जिससे पारदर्शिता और त्वरित लाभ सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में बहनों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं और कहा कि लाड़ली बहना योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर बहन की चिंता करती है, और उनकी उन्नति, सुरक्षा व सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि आगे भी बहनों को सशक्त बनाने के लिए नई योजनाएं लाई जाएंगी।
सागर जिले में कार्यक्रम के लाइव प्रसारण के दौरान हजारों महिलाओं ने एक साथ बैठकर मुख्यमंत्री का संदेश सुना और उत्साह के साथ तालियों से उनका स्वागत किया। महिलाओं ने रक्षाबंधन पर प्राप्त अतिरिक्त राशि को मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता और उनके ‘बहन प्रेम’ का प्रतीक बताया।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने निभाई अहम भूमिका
कार्यक्रम की सफलता में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, परियोजना अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन की भूमिका महत्वपूर्ण रही। इन्होंने प्रत्येक केंद्र पर महिलाओं को एकत्र किया, तकनीकी व्यवस्था की निगरानी की और यह सुनिश्चित किया कि कोई भी लाभार्थी इस अवसर से वंचित न रहे। कई गांवों में बहनों ने रंगोली बनाकर और पारंपरिक वेशभूषा में सजकर रक्षाबंधन का पर्व मनाया और मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया।
लाभार्थी बहनों ने जताया आभार
सागर जिले की कई लाभार्थी बहनों ने इस पहल पर खुशी जाहिर की। बरायठा गांव की एक लाभार्थी रजनी पटेल ने बताया, “मुख्यमंत्रीजी ने जो 250 रुपये रक्षाबंधन पर दिए हैं, उससे हमें न केवल आर्थिक राहत मिली है बल्कि यह भावनात्मक जुड़ाव भी दर्शाता है। यह ऐसा उपहार है जो हर बहन को यह एहसास कराता है कि सरकार उसके साथ है।” वहीं एक अन्य लाभार्थी शांति बाई ने कहा कि यह योजना महिलाओं के जीवन में बदलाव ला रही है और अब वे खुद को अधिक सशक्त और आत्मनिर्भर महसूस कर रही हैं।
योजना बनी है परिवर्तन का वाहक
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत प्रदेश की करोड़ों महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं। योजना की नियमित 1250 रुपये की मासिक किस्त ने महिलाओं को घर की आर्थिक जिम्मेदारियों में भागीदार बनाया है। खासकर ग्रामीण और पिछड़े वर्ग की महिलाएं इस राशि का उपयोग अपनी घरेलू आवश्यकताओं, बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और छोटी-मोटी उद्यमिक गतिविधियों में कर रही हैं।
रक्षाबंधन के मौके पर दी गई अतिरिक्त सहायता ने इस योजना को और भी मानवीय बना दिया है। यह पहल दर्शाती है कि सरकार केवल आर्थिक सहायता नहीं दे रही, बल्कि बहनों के साथ एक भावनात्मक बंधन भी बना रही है।
रक्षाबंधन जैसे पवित्र पर्व पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की यह पहल सच्चे मायने में ‘भाई का उपहार’ बनकर सामने आई। सागर जिले सहित पूरे प्रदेश में लाड़ली बहनों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने वाली यह आर्थिक सहायता सामाजिक न्याय, महिला सशक्तिकरण और स्नेह की भावना को एक साथ समाहित करती है। सरकार की यह प्रतिबद्धता एक नए, सशक्त और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम है।