मामला:
सागर के मोतीनगर थाना क्षेत्र से तीन दिन पहले लापता हुए युवक का शव मंगलगिरी क्षेत्र के एक सुनसान जंगल से बरामद किया गया है। युवक की हत्या कर उसके शव को जंगल में गाड़ दिया गया था। इसके अलावा, शव को नष्ट करने के लिए हत्यारों ने उस पर नमक भी डाला था। पुलिस ने शव को बरामद कर पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस मामले में एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।

घटना का विवरण:
7 दिसंबर को काकागंज निवासी 21 वर्षीय ऋषि पिता महादेव अहिरवार ऑटो रिक्शा लेकर घर से निकला था, लेकिन दो घंटे बाद वह घर नहीं लौटा। परिवार वालों ने उसे फोन किया, लेकिन वह फोन बंद कर रहा था। रात तक ऋषि का कोई पता नहीं चला, जिसके बाद परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। 8 दिसंबर को मोतीनगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस और परिवार ने मिलकर ऋषि की तलाश जारी रखी।
पुलिस की जांच और संदिग्ध की गिरफ्तारी:
ऋषि के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल्स निकलवाने के बाद, पुलिस ने मंगलवार रात रेलवे स्टेशन के पास एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया। संदिग्ध से पूछताछ में उसने ऋषि की हत्या के बारे में सनसनीखेज खुलासा किया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने और उसके साथियों ने मिलकर ऋषि की हत्या की थी। पुलिस ने उसी रात ही घटना स्थल पर पहुंचकर छानबीन की और शव की मौजूदगी की पुष्टि की। बुधवार सुबह पुलिस टीम ने शव को बरामद किया।

हत्यारे ने शव को जमीन में गाड़ा, नमक डाला:
पुलिस जांच के दौरान पता चला कि ऋषि की हत्या के बाद आरोपियों ने उसके शव को मंगलगिरी क्षेत्र के जंगल में स्थित एक खंती में दफनाया था। आरोपियों ने शव पर 30 से ज्यादा पत्थर रख दिए थे और शव को नष्ट करने के लिए उस पर नमक छिड़का था। पुलिस ने शव को बाहर निकालते हुए खून लगे पत्थर, नमक के पैकेट, रस्सी और अन्य साक्ष्य जब्त किए हैं। एफएसएल टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं, जिससे मामले की गहराई से जांच हो रही है।
आरोपियों ने पहले शराब पार्टी की, फिर हत्या की:
मामले की जांच में यह भी सामने आया कि हत्या से पहले आरोपियों ने शराब पी थी। वारदात स्थल पर शराब की बोतलें भी पाई गईं। इसके बाद, आरोपियों ने ऋषि की रस्सी से गला दबाकर और सिर पर पत्थर पटककर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को खंती में डालकर ऊपर पत्थरों से दबा दिया। पुलिस का कहना है कि इस हत्या में तीन से चार आरोपियों का हाथ हो सकता है और मामले में पूरी जांच की जा रही है।

ऑटो का जीपीएस और पुलिस की पड़ताल:
ऋषि के चाचा मोहन अहिरवार ने बताया कि मृतक ने करीब चार माह पहले एक ऑटो खरीदी थी, जिसमें जीपीएस लगा हुआ था। जब वह 7 दिसंबर को घर से निकला और दो घंटे बाद वापस नहीं आया, तो परिवार ने जीपीएस ट्रेस कराया। जीपीएस के जरिए पुलिस को लोकेशन संजय ड्राइवर क्षेत्र में मिली। पुलिस ने उस लोकेशन पर पहुंचकर पता किया कि ऑटो तेज रफ्तार में धर्माश्री क्षेत्र में गई थी। वहां से पुलिस ने ऑटो बरामद किया, लेकिन ऑटो का जीपीएस टूट चुका था और नंबर प्लेट गायब थी।
हत्या की कहानी का खुलासा:
इसी बीच, पुलिस ने कॉल डिटेल्स के आधार पर गोलू पटेल नाम के युवक को पकड़ा, जिसके बाद हत्या की पूरी कहानी सामने आई। गोलू पटेल ने पुलिस को बताया कि उसने और उसके साथियों ने शराब पीने के बाद ऋषि की हत्या की और शव को जंगल में दफन कर दिया।

पुलिस की कार्रवाई और हिरासत:
मोतीनगर थाना प्रभारी जसवंत सिंह राजपूत ने बताया कि पुलिस को गुमशुदगी की शिकायत मिलने के बाद मामले की गंभीरता से जांच शुरू की थी। जांच में यह सामने आया कि ऋषि की हत्या कर उसका शव मंगलगिरी क्षेत्र में दफनाया गया था। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि शव की शिनाख्त हो चुकी है और हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए गहन जांच की जा रही है।
सागर जिले के मोतीनगर थाना क्षेत्र में हुई यह हत्या एक खौ़फनाक वारदात के रूप में सामने आई है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। शव की नष्ट करने की कोशिश और आरोपियों की शातिर योजना ने इस मामले को और भी जटिल बना दिया है। पुलिस अब अन्य आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए पूरी मेहनत से काम कर रही है।