बहन के साथ दिखा तो लात-घूंसों और बेल्ट से पीटा:अगवा कर युवक को खेत ले गए;पीड़ित बोला-वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पैसे ऐंठे !

Spread the love

घटना का विवरण: 29 नवंबर को नर्मदापुरम जिले में एक युवक के साथ तीन युवकों ने बर्बरता से मारपीट की। यह घटना पतलई के पास एक खेत में हुई, जहां पीड़ित को नग्न कर बेल्ट, चप्पल और लात-घूसों से पीटा गया। घटना का वीडियो 11 दिसंबर को सामने आया, जिसने इस मामले को उजागर किया। पीड़ित और आरोपी दोनों नर्मदापुरम के ही निवासी हैं।

घटना की पृष्ठभूमि: पीड़ित युवक ने बताया कि उसकी एक लड़की से दोस्ती थी। घटना के दिन, वह रसूलिया से शहर की ओर जा रहा था, जब लड़की के भाई और उसके दोस्तों ने उसकी बाइक के सामने बुलेट अड़ाकर उसे रोका। इसके बाद, उसे अगवा कर पतलई में नहर के पास एक खेत में ले जाया गया।

मारपीट का विवरण: खेत में ले जाकर, आरोपियों ने पीड़ित को थप्पड़-मुक्कों से मारना शुरू किया। फिर उसके कपड़े उतारकर आधे घंटे तक बेल्ट और अन्य चीजों से पिटाई की गई। शाम को राघव गोस्वामी ने पीड़ित से 3 हजार रुपए छीन लिए और शराब खरीदकर लाया। शराब पीने के बाद, आरोपियों ने फिर से पीड़ित की पिटाई की। शाम करीब 7:30 बजे उसे छोड़ा गया।

ब्लैकमेल और धमकी: मारपीट के बाद, आरोपियों ने पीड़ित को धमकी दी कि यदि उसने घटना के बारे में किसी को बताया, तो वे वीडियो वायरल कर देंगे। हरिओम गोस्वामी ने पीड़ित से 10 हजार रुपए की मांग की और लगातार पैसे वसूलते रहे। पीड़ित ने 24 हजार रुपए आरोपियों को दिए, लेकिन फिर भी वीडियो वायरल कर दिया गया।

पुलिस में शिकायत: पीड़ित युवक ने अपनी मां के साथ थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। राघव गोस्वामी, ऋतिक गोस्वामी और हरिओम गोस्वामी के खिलाफ गाली-गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया गया। हालांकि, पुलिस ने अन्य आरोपियों के नाम शिकायत में दर्ज नहीं किए।

पुलिस की कार्यवाही: एसडीओपी पराग सैनी ने बताया कि पीड़ित को रसूलिया से गाड़ी में अगवा कर डोलरिया क्षेत्र ले जाया गया और वहां खेत में मारपीट की गई। देहात थाना पुलिस ने तीन आरोपियों पर मामला दर्ज किया है।

पीड़ित का बयान: पीड़ित ने कहा कि उसे आरोपियों से खतरा है और मांग की कि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

यह घटना नर्मदापुरम जिले में कानून-व्यवस्था के प्रति गंभीर चिंता उत्पन्न करती है। पुलिस की कार्यवाही से पीड़ित को न्याय मिलने की उम्मीद है। लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *